Bigg Boss के घर में हर सीजन में कुछ ऐसे टास्क आते हैं जो दर्शकों को जोड़कर रखते हैं। इस बार का टाइम गॉड टास्क भी एक ऐसा ही मौका था। टास्क के नाम पर घर में फुल कलेश और फुल धमाल मचा, लेकिन जो चीज सबसे ज्यादा चर्चा में रही, वो थी टास्क के नतीजे और उसकी निष्पक्षता।
टास्क का प्रारूप और टीमों का बंटवारा
सबसे पहले जानते हैं कि इस टास्क के लिए कौन-कौन सी टीमें बनीं:
टीम A:
- चुम
- विवियन डीसेना
- दिग्विजय सिंह राठी
- ईशा सिंह
- शिल्पा शिरोड़कर
- करणवीर मेहरा
- श्रुतिका
टीम B:
- ईडन
- रजत दलाल
- सारा
- यामिनी
- चाहत
- कशिश
यहां पर टीमों का गठन ही सबसे बड़ा सवाल खड़ा करता है। अगर आप ध्यान से देखें, तो टीम A में सभी मजबूत और फेवरेट कंटेस्टेंट्स थे। Eisha Singh , Karan Veer Mehra और Vivian Dsena जैसे कंटेस्टेंट्स शो में शुरुआत से ही Bigg Boss की पसंद रहे हैं। वहीं दूसरी ओर, टीम B में उन कंटेस्टेंट्स को शामिल किया गया, जिन्हें दर्शकों के बीच उतनी लोकप्रियता नहीं मिली।
क्या टीम A की जीत पहले से तय थी?
टास्क के नतीजे को देखते हुए यह सवाल लाजमी है कि क्या यह पहले से स्क्रिप्टेड था?
- फेवरेट्स की टीम:
टीम A के सदस्य ईशा, करणवीर और विवियन जैसे कंटेस्टेंट्स बिग बॉस के प्रमुख चेहरे हैं। इनके टास्क जीतने की संभावना पहले से ही ज्यादा थी। - टीम B की कमजोरी:
टीम B में मौजूद कंटेस्टेंट्स को कमजोर माना जा रहा था। इनमें न तो घर के अंदर गहरी स्ट्रेटेजी थी और न ही एकता। - नतीजा तय था:
जैसे ही टीमों की घोषणा हुई, दर्शकों को साफ समझ आ गया कि टीम A ही जीतने वाली है। और आखिरकार वही हुआ।
टाइम गॉड के दावेदार: क्या Bigg Boss की रणनीति हैं?
टाइम गॉड की दावेदारी जीतने वाली टीम A में शामिल हुए:
- ईशा सिंह
- करणवीर मेहरा
- विवियन दसेना
- चुम
- दिग्विजय सिंह राठी
- शिल्पा शिरोड़कर
- श्रुतिका अर्जुन
इनमें से कुछ नाम पहले से ही घर में मजबूत स्थिति में हैं। लेकिन सवाल यह है कि क्या Bigg Boss ने इन्हें फिनाले के लिए सुरक्षित करने का प्रयास किया है?
करणवीर और विवियन: क्लेश की स्क्रिप्ट तैयार?
Bigg Boss की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वे दर्शकों को बांधने के लिए क्लेश और टकराव का सहारा लेते हैं। इस बार भी ऐसा ही कुछ होने वाला है:
- करणवीर मेहरा vs विवियन डीसेना:
दोनों ही मजबूत खिलाड़ी हैं और इनके बीच टकराव दर्शकों के लिए टीआरपी बूस्टर साबित हो सकता है।
- टास्क के अंदर ग्रुपिंग:
आने वाले समय में अगर कोई ऐसा टास्क आया जिसमें ग्रुप बनाने पड़े, तो करणवीर की टीम पहले से ही चार सदस्यों के साथ मजबूत स्थिति में है।
Bigg Boss इस रणनीति के साथ गेम को इस तरह डिजाइन कर रहे हैं कि दर्शकों को हर हफ्ते एक नया ट्विस्ट देखने को मिले।
रजत दलाल: रिश्तों का टूटता भ्रम
टास्क में Rajat Dalal का नाम भी खास तौर पर चर्चा में आया। ईशा सिंह ने पहले ही यह संकेत दिया था कि जब मौका मिलेगा, वो अपने रिश्ते का फायदा नहीं उठाएंगी। और यही हुआ। रजत ने शायद सोचा कि घर के रिश्ते उन्हें बचा लेंगे, लेकिन गेम में ऐसा नहीं हुआ।
टिकट टू फिनाले: फिनाले के करीब कौन?
अब जबकि टाइम गॉड की दावेदारी का टास्क खत्म हो चुका है, Bigg Boss ने यह साफ संकेत दे दिया है कि आने वाले हफ्तों में फिनाले की राह किसके लिए आसान होने वाली है।
- करणवीर की टीम:
अगर नॉमिनेशन और टिकट टू फिनाले टास्क में ग्रुपिंग हुई, तो करणवीर और उनकी टीम के सदस्य सुरक्षित हो सकते हैं। - चुम और शिल्पा:
अगर ये दोनों अगले नॉमिनेशन में खुद को बचा पाते हैं, तो ये फिनाले के करीब पहुंच जाएंगे।
निष्पक्षता पर सवाल: क्या बिग बॉस स्क्रिप्टेड है?
हर सीजन की तरह इस बार भी शो की निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं। दर्शकों का मानना है कि Bigg Boss का फेवरिटिज्म इस टास्क में साफ नजर आया।
- टीमों का बंटवारा
- मजबूत कंटेस्टेंट्स को एक टीम में रखना
- पहले से ही अंदाजा लगाया जाना कि कौन जीतेगा
यह सब दर्शकों को एक स्क्रिप्टेड गेम का हिस्सा लग रहा है।
Bigg Boss का गेम जितना घर के अंदर खेला जा रहा है, उतना ही दर्शकों के बीच भी खेला जा रहा है। टाइम गॉड टास्क ने यह साबित कर दिया कि शो के अंदर रणनीति और मास्टरप्लान पहले से तैयार है। टीम A की जीत और करणवीर-विवियन के बीच का संभावित टकराव दर्शकों को आने वाले समय में और मसाला देगा।
अब सवाल यह है कि क्या Bigg Boss का यह प्लान सफल होगा? कौन बनेगा फिनाले का असली दावेदार? यह देखना दिलचस्प होगा।
आपका क्या मानना है? क्या यह टास्क निष्पक्ष था या पहले से तय? अपनी राय हमें कमेंट में जरूर बताएं।
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