ज्येष्ठ पूर्णिमा का व्रत और स्नान दान ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को है |
लेकिन कई बार तिथि के समय के कारण ज्येष्ठ पूर्णिमा का व्रत पहले और ज्येष्ठ पूर्णिमा का स्नान दान उसके बाद दूसरे दिन होता है
ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत की तारीख का निर्धारण पूर्णिमा तिथि में होने वाले चंद्रोदय पर निर्भर करता है |
हिंदू कैलेंडर की माने तो ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 21 जून शुक्रवार को प्रातः 7:31 से शुरू होगी और यह तिथि 22 जून शनिवार प्रातः 6:37 मिनट तक रहेगी |
उदया तिथि के आधार पर ज्येष्ठ पूर्णिमा 22 जून को है , ज्येष्ठ पूर्णिमा का व्रत 21 जून को रखा जाएगा क्योंकि उस दिन ही पूर्णिमा तिथि में चंद्रमा का उदय है
इस साल ज्येष्ठ पूर्णिमा का स्नान दान 22 जून शनिवार को किया जाएगा |
इस साल ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन भद्रा का साया भी है | भद्रा सुबह 7:31 से शाम 7:08 तक है हालांकि इस भद्रा का वास स्वर्ग में है |
इसका मतलब साफ है कि 21 जून को व्रत और पूजा ज्येष्ठ पूर्णिमा की जाएगी तो वहीं स्नान दान आदि शुभ कार्य 22 जून को करना चाहिए |