Ratan Tata : एक युग का अंत और टाटा ग्रुप का भविष्य

Ratan Tata भारतीय उद्योग जगत के एक महानायक, अब हमारे बीच नहीं रहे। उनकी विदाई ने देशवासियों के दिलों में गहरी शोक छाप छोड़ी है। मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस लेने वाले रतन टाटा केवल एक व्यवसायी ही नहीं, बल्कि अपने परोपकारी कार्यों और समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारियों के लिए भी जाने जाते थे। उनके नेतृत्व में, टाटा ग्रुप ने ना सिर्फ व्यापार में सफलताएँ हासिल कीं, बल्कि सामाजिक उत्थान में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।

उनके निधन के बाद सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि Tata Group का नेतृत्व कौन करेगा। देश की 140 करोड़ की जनसंख्या यह जानने के लिए उत्सुक है कि इस विशाल साम्राज्य का अगला मुखिया कौन होगा। Tata Group में सक्सेशन प्लान को लेकर एक अच्छी व्यवस्था है। एन चंद्रशेखर 2017 से टाटा संस के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं, और परिवार के अन्य सदस्य विभिन्न कारोबार के क्षेत्रों में सक्रिय हैं। आइए, जानते हैं Tata Group के संभावित उत्तराधिकारियों के बारे में।

Noel Tata

Noel Tata , रतन टाटा के सौतेले भाई, इस विरासत को संभालने के प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं। उनका अनुभव और टाटा परिवार के साथ उनका नज़दीकी संबंध उन्हें एक मजबूत विकल्प बनाता है। नोयल टाटा के तीन बच्चे हैं—माया, नेविल और लिया, जो भी ग्रुप के संभावित उत्तराधिकारी हो सकते है

Ratan Tata
Noel Tata

Maya Tata

34 वर्षीय माया टाटा टाटा ग्रुप में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। बेयस बिजनेस स्कूल और वरसिटी यूनिवर्सिटी से शिक्षा प्राप्त करने के बाद, उन्होंने टाटा अपॉर्चुनिटी फंड और टाटा डिजिटल में विभिन्न उच्च पदों पर कार्य किया है। उनकी दूरदर्शिता और रणनीतिक कौशल ने टाटा न्यू ऐप लॉन्च करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनके अनुभव और प्रतिभा उन्हें अगली पीढ़ी के लीडर के रूप में पेश करती है।

Neville Tata

Neville Tata , 32 वर्ष के युवा उद्यमी, परिवार के व्यवसाय में सक्रियता से जुड़े हुए हैं। आईई बिजनेस स्कूल से शिक्षा प्राप्त करने के बाद, उन्होंने ताज होटल रिजॉर्ट्स और पैलेस में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। वर्तमान में, वह इंडियन होटल कंपनी का नेतृत्व कर रहे हैं, जो हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में टाटा ग्रुप की उपस्थिति को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

टाटा ग्रुप का वर्तमान और भविष्य

Ratan Tata के नेतृत्व में, टाटा ग्रुप ने कई ऊँचाइयाँ हासिल कीं। रिपोर्ट्स के अनुसार, अगस्त 2024 तक टाटा ग्रुप की कुल कंपनियों का संयुक्त मार्केट कैप 400 अरब डॉलर यानी लगभग 35 लाख करोड़ रुपये तक पहुँच सकता है। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) इस ग्रुप की सबसे बड़ी कंपनी है, जिसका मार्केट कैप 15 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। टीसीएस ने अपने शानदार प्रदर्शन से भारतीय आईटी उद्योग में एक नया मानक स्थापित किया है।

Ratan Tata का योगदान

रतन टाटा ने अपने जीवन में कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। उन्होंने टाटा ग्रुप को विश्व स्तर पर पहचान दिलाई और देश के युवाओं को स्टार्टअप्स के लिए प्रोत्साहित किया। उनके द्वारा किए गए परोपकारी कार्यों ने उन्हें आम जनता में अत्यधिक लोकप्रिय बना दिया। भारत के 140 करोड़ लोगों में शायद ही कोई ऐसा होगा जो उनसे नफरत करता हो।

Ratan Tata के निधन ने एक युग का अंत किया है, लेकिन उनकी विरासत जीवित रहेगी। टाटा ग्रुप के भविष्य को देखने के लिए सभी की निगाहें अब नए लीडर्स पर टिकी हैं। चाहे वो माया टाटा हों या नेविल टाटा, या फिर कोई और—यह स्पष्ट है कि टाटा ग्रुप को आगे बढ़ाने के लिए सक्षम नेतृत्व की कोई कमी नहीं है। यह देखना दिलचस्प होगा कि Ratan Tata के विचारों और दृष्टिकोण को कौन आगे बढ़ाता है और ग्रुप को नई ऊँचाइयों तक ले जाता है।

Ratan Tata का योगदान सदैव याद किया जाएगा, और उनकी प्रेरणा से नई पीढ़ी आगे बढ़ेगी।

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