Hartalika Teej 2024: पूजा विधि और महत्व

Hartalika Teej भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है और यह विशेष रूप से महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण है। यह व्रत विशेष रूप से सुहागन महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना के लिए किया जाता है। इस साल हरितालिका तीज 2024 में 6 सितंबर को मनाई जाएगी।

इस वर्ष यह विशेष महत्व रखती है क्योंकि इस दिन कई शुभ योग बन रहे हैं। ये योग पूजा के फलदायिता को और भी बढ़ा देते हैं। आइए जानते हैं इस दिन के विशेष योग और पूजा विधि के बारे में।

Hartalika Teej विशेष योग:

  1. ब्रह्म योग: यह योग समृद्धि और शुभता का संकेत है।
  2. रवि योग: यह ऊर्जा और आत्म-विश्वास को बढ़ाता है।
  3. शुक्ल योग: यह शुभ कार्यों के लिए अत्यंत अनुकूल है।
  4. हस्त और चित्रा नक्षत्र: ये नक्षत्र मिलकर एक विशेष संयोग बनाते हैं, जो पर्व की महत्वता को बढ़ाते हैं।

इन योगों के साथ, हरितालिका तीज का महत्व और बढ़ जाता है।

Hartalika Teej
Image source – Pinterest

Hartalika Teej पूजा विधि:

संकल्प और तैयारी:

  • संकल्प: पूजा से पहले, आप संकल्प लें कि आप पूरे मन और श्रद्धा के साथ पूजा करेंगे।
  • सज्जा: पूजा स्थल को साफ करें और वहां एक चौकी पर लाल या पीला वस्त्र बिछाएं।

मंडप सजाना:

  • चौकी की सजावट: चौकी को उत्तर या पूर्व दिशा की ओर रखें।
  • फूल और पत्ते: केले के पत्ते या फुलेरा से मंडप तैयार करें।

कलश स्थापना:

  • कलश: एक कलश लें (पीतल या तांबे का), इसके कंठ में मौली बांधें और स्वास्तिक बनाएं। कलश में गंगाजल और शुद्ध जल भरें।
  • अक्षत: कलश के नीचे अक्षत (चावल) डालें और कलश पर आम के पत्ते रखें।

शिव परिवार की पूजा:

  • पार्थिव मूर्तियाँ: यदि संभव हो, तो मिट्टी से शिवलिंग, माता पार्वती और गणेश जी की मूर्तियाँ बनाएं।
  • अभिषेक: गणेश भगवान और शिवलिंग पर शुद्ध जल या पंचामृत से अभिषेक करें।

शृंगार और तिलक:

  • शृंगार: माता पार्वती को 16 श्रृंगार की सामग्री भेंट करें। इनमें चूड़ी, बिंदी, सिंदूर, महावर, और मेहंदी शामिल हैं।
  • तिलक: गणेश भगवान और शिवलिंग को चंदन से तिलक करें। माता पार्वती को रोली से तिलक करें।

भोग और नैवेद्य:

  • भोग: पूजा में मिठे पकवान, गुलगुले, काले चने, फल और अन्य स्वादिष्ट भोग अर्पित करें।

हवन और आरती:

  • हवन: अग्नि में घी की आहुतियां दें और हवन सामग्री अर्पित करें।
  • आरती: कपूर से आरती करें और मां पार्वती से आशीर्वाद प्राप्त करें।

व्रत का पालन:

  • रातभर जागरण: अगर आप रात भर जागरण नहीं कर सकते तो कलश का दिया जलाए रखें।

सामर्थ्य अनुसार बायना:

  • वस्त्र और श्रृंगार: सासु मां, ननद या किसी जरूरतमंद को कुछ वस्त्र और श्रृंगार की सामग्री दें।

विशेष बातें:

  • कथा: Hartalika Teej विशेष योग की कथा सुनना भी महत्वपूर्ण है। कथा सुनने से व्रत की पुण्यता बढ़ती है।
  • दक्षिणा: पूजा के बाद दक्षिणा अर्पित करना न भूलें।

Haritalika Teej विशेष योग का व्रत और पूजा विधि एक सुहागन महिला के लिए खास महत्व रखती है। यह पूजा संपूर्ण समर्पण और श्रद्धा से की जानी चाहिए ताकि पति-पत्नी के संबंध मजबूत और सुखमय बने रहें।

हरितालिका तीज के दिन व्रति को कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए और कुछ कामों से परहेज करना चाहिए ताकि व्रत और पूजा सफल हो। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण बातों की सूची दी गई है, जो आपको तीज के दिन ध्यान में रखनी चाहिए:

Hartalika Teej के दिन क्या न करें:

व्रत का उल्लंघन न करें:

  • खाना-पीना: व्रत के दौरान निर्जला व्रत रखने वाली महिलाएं पानी और भोजन का सेवन नहीं करतीं। यदि आप भी निर्जला व्रत कर रही हैं, तो पूरा दिन बिना पानी और भोजन के बिताएँ।

खराब मन:

  • नकारात्मक सोच: व्रत और पूजा के दौरान मन को शांत और सकारात्मक रखें। नकारात्मक सोच और तनाव से बचें क्योंकि ये पूजा के प्रभाव को कम कर सकते हैं।

निंद्राण:

  • नींद: Hartalika Teej के दिन सोने में अधिक समय न लगाएं। पूजा और व्रत के दौरान जागरूक और सक्रिय रहना महत्वपूर्ण होता है।

मांसाहारी भोजन:

  • अहिंसात्मक भोजन: मांसाहारी भोजन और शराब का सेवन व्रत के दौरान नहीं करना चाहिए। व्रत के दिन शाकाहारी और सात्विक भोजन करना उपयुक्त है।

विवाद:

  • किसी से झगड़ा: परिवार या किसी भी व्यक्ति से झगड़ा या विवाद न करें। शांतिपूर्वक वातावरण पूजा के लिए अनुकूल रहता है।

नशीले पदार्थ:

  • नशीले पदार्थ: तीज के दिन नशीले पदार्थों का सेवन न करें। इससे पूजा की पवित्रता और समर्पण की भावना प्रभावित हो सकती है।

गंदगी और अव्यवस्था:

  • अस्वच्छता: पूजा स्थल को साफ और स्वच्छ रखें। गंदगी और अव्यवस्था से पूजा का महत्व घट सकता है।

सही समय पर पूजा न करना:

  • मुहूर्त: पूजा के लिए सही समय और मुहूर्त का ध्यान रखें। पूजा को सही समय पर करें ताकि उसकी पूर्णता बनी रहे।

खुद को थकाना:

  • अधिक कार्य: पूजा के दिन अपने आप को अत्यधिक थकाने से बचें। साधारण और शांतिपूर्ण तरीके से पूजा करें।

अपवित्र वस्तुएँ:

  • अपवित्र वस्तुएँ: पूजा के दौरान अपवित्र वस्तुओं या वस्त्रों का प्रयोग न करें। पूजा सामग्री और पूजा स्थल को शुद्ध और पवित्र रखें।

इन बातों का ध्यान रखकर आप हरितालिका तीज का व्रत सही तरीके से निभा सकते हैं और पूजा का अधिकतम लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

ध्यान दें: व्रत और पूजा की विधि का पालन करते समय अपनी धार्मिक मान्यता और परंपराओं का ध्यान रखें।

सभी को Hartalika Teej की शुभकामनाएं!

Read More – https://newzghar.com/teachers-day-2024-dr-sarvpalli-radhakrishnan/

Leave a Comment

× Whatsapp