Bharatiya Nyaya Sanhita : देश से अंग्रेजों के जाने के 77 वर्ष बाद 1 जुलाई की रात 12:00 से हमारे देश में ब्रिटिश जमाने की आपराधिक कानून व्यवस्था भी अंततः हमेशा के लिए भारत छोड़कर चले गए । आईपीसी सीआरपीसी और एविडेंस एक्ट गुजरे जमाने के कानून हो चुके हैं विधिक मामलों के जानकार बताते हैं वर्ष 1860 में बने और 1862 में अमल में आए गोरों के इन कानून की जगह BNS, BNSS और भारतीय साक्ष्य अधिनियम ने ली है ।
1 जुलाई 2024 से देशभर में तीन नए आपराधिक कानून भारतीय न्याय संहिता , भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता , भारतीय साक्ष्य अधिनियम लागू हो जायेंगे |
आज से 3 मुख्य बदलाव किए गए हैं –
1860 में बने इंडियन पीनल कोड की जगह अब Bharatiya Nyaya Sanhita 2023,
1898 में बने सीआरपीसी की जगह भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 और
1872 में बने इंडियन एविडेंस कोड की जगह अब भारतीय साक्ष्य संहिता 2023 स्थान लेंगे।
Bharatiya Nyaya Sanhita क्या हैं ?
11 महीने पहले अगस्त में 11 अगस्त 2023 को गृहमंत्री अमित शाह जी ने एक बिल पेश किया था और उन्होंने इस बात का जिक्र किया था प्रधानमंत्री जी 15 अगस्त को लाल किले में 5 प्रण लिए थे । एक प्रण था गुलामी की निशानियों को खत्म करना । मतलब जो एक निशानी भी बचा हुआ है अंग्रेजों का उसको खत्म कर दिया जाए । उसी के तहत आज 1 जुलाई 2022 24 को ठीक 1 साल बाद Bharatiya Nyaya Sanhita को लागू कर दिया गया है ।
अब आईपीसी की जगह Bharatiya Nyaya Sanhita की धारा पढ़ी जाएगी । 1 जुलाई 2024 से जो भी एफआईआर दर्ज होंगे वह Bharatiya Nyaya Sanhita के अंतर्गत दर्ज होगी । इसमें यह पर ध्यान देने योग्य है कि जो 1 जुलाई 2024 से पहले से चल रहे हैं उन पर Bharatiya Nyaya Sanhita लागू नहीं होगा। लेकिन जो आज इन 1 जुलाई के बाद जो मुकदमें दर्ज होंगे वह सभी नए कानून के अंतर्गत दर्ज होंगे ।
नए क्रिमिनल कानूनों की संक्षिप्त जानकारी
भारतीय न्याय संहिता ( Bharatiya Nyaya Sanhita ) – इसमें 358 धाराएं हैं ,जबकि आईपीसी में 511 धाराएं थी । BNS में कुल 20 नए अपराध जोड़े गए हैं। और 33 अपराधों के लिए कारावास की सजा बढ़ाई गई है । 83 अपराधों में जुर्माने की राशि बढ़ाई गई है । और 23 अपराधों में अनिवार्य सजा की शुरुआत की गई है । 6 अपराधों में सामुदायिक सेवा का दंड लागू किया गया है । साथ ही 19 धाराओं को निरस्त किया या हटाया गया है ।
भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता – इसमें 531 धाराएं हैं , जबकि सीआरपीसी में 484 धाराएं थी । इसमें कुल 177 प्रावधानों में बदलाव किया गया है । 9 नई धाराओं के साथ-साथ 39 नए उप धाराएं जोड़ी गई हैं । 44 नए प्रावधान और स्पष्टीकरण जोड़े गए हैं । 35 धाराओ में समय सीमा जोड़ी गई है । 35 स्थान पर ऑडियो वीडियो प्रावधान जोड़ा गया है । 14 धाराओं को निरस्त किया या हटाया गया है ।
भारतीय साक्ष्य संघिता – इसमें 170 प्रावधान होंगे पहले 167 प्रावधान थे एक्ट के कुल 24 प्रावधान में बदलाव किया गया है । दो नए प्रावधान तथा 6 उप प्रावधान जोड़े गए हैं । अधिनियम में छह प्रावधानों को निरस्त किया या हटा दिया गया है ।
आइए जान लेते है कुछ मुख्य धारा की जगह Bharatiya Nyaya Sanhita की किस धारा ने जगह ली –
IPC धारा | BNS धारा | अपराध |
---|---|---|
302 | 101 | मर्डर |
420 | 318 | धोखाधड़ी |
375 | 63 | रेप |
376 डी | 70 | गैंग रेप |
141-144 | 187-189 | गैर कानूनी सभा |
146 | 191 | दंगे |
304 (B) | 80 | दहेज हत्या |
307 | 109 | हत्या का प्रयास |
499 | 356 | मानहानि |
359 | 137 | किडनैपिंग |
351 | 130 | हमला |
354 (D) | 78 | पीछा करना |
Read more – https://newzghar.com/vikram-misri-appointed-indias-new-foreign-secretary/