Bigg Boss 18 का घर फिर से रोमांचक मोड़ पर है। इस बार का टाइम गॉड टास्क न केवल फिजिकल पावर , बल्कि मानसिक मजबूती और रणनीति का भी गवाह बना। स्विमिंग पूल के पास स्पिनिंग व्हील और डोमिनोज़ की दीवार से भरे इस टास्क ने न केवल घर के सदस्यों के रिश्तों की परीक्षा ली, बल्कि हिंसा और तनाव का नया स्तर पेश किया।
Bigg Boss टाइम गॉड बनने का क्या था टास्क ?
टास्क की शुरुआत एक स्पिनिंग व्हील से होती है। जैसे ही बजर बजता है, जिसका नाम व्हील पर आता है, उसे स्टार्ट पॉइंट से फिनिश पॉइंट तक डोमिनोज़ की दीवार बनानी होती है। यह खेल जितना सीधा लगता है, उतना ही मुश्किल और भावनात्मक रूप से जटिल बनता चला गया।
Digvijay V/S Vivian : दोस्ती या दुश्मनी?
Bigg Boss टास्क के दौरान, दिग्विजय और विवियन के बीच गहमागहमी देखने को मिली।
- स्विमिंग पूल ड्रामा: एक पल में दोनों ने एक-दूसरे को पूल में गिरा दिया। यह बताता है कि टास्क के दौरान व्यक्तिगत ईगो और जीत की लालसा कैसे हावी हो जाती है।
- डोमिनोज़ बचाने की जद्दोजहद: विवियन ने दिग्विजय के डोमिनोज़ को गिरने से रोकने की कोशिश की, लेकिन यह कोशिश दोनों के बीच लड़ाई में बदल गई।
सपोर्ट और धोखा: रिश्तों की असली परीक्षा
टास्क के दौरान, यह साफ दिखा कि समर्थन देने और धोखा देने का खेल साथ-साथ चल रहा था।
- जब Avinash की बारी आई, तो विवियन ने उसे सपोर्ट नहीं किया।
- वहीं, जब विवियन की बारी आई, तो अविनाश ने उसे सपोर्ट किया।
रजत बनाम दिग्विजय : रणनीति और आक्रामकता का प्रदर्शन
दिग्विजय के समय पर, Rajat dalal ने आक्रामक रुख अपनाया और उनके टास्क को फेल करने की कोशिश की।
- हिंसा का नया स्तर: दोनों के बीच हाता-पाई जैसे हालात बन गए, जिसने यह दिखाया कि कैसे Bigg Boss के टास्क हिंसा और तनाव को बढ़ावा देते हैं।
- रेड लाइन: रेड लाइन के नियम के तहत डोमिनोज़ को सही तरीके से जमाना टास्क का अहम हिस्सा था, लेकिन दिग्विजय की टीम इसे पूरा नहीं कर सकी।
इस पूरे टास्क के दौरान Karan veer Mehra का रवैया सबसे ज्यादा चर्चा में रहा।
- करण, जो पहले एक स्ट्रॉन्ग प्लेयर और संभावित टॉप 2 फाइनलिस्ट माना जा रहा था, अब बैकफुट पर नजर आया।
- “फट्टू वाला सीन,” जैसा कि प्रोमो में बताया गया, करण का गेम कमजोर दिखा।
- टास्क के दौरान न वह किसी को सपोर्ट करता दिखा और न किसी की राह में रुकावट डालता।
क्या करण का गेम खत्म हो रहा है?
Karan का यह रवैया दर्शाता है कि वह मौजूदा तनाव से बचने की कोशिश कर रहा है। लेकिन क्या इससे उसका गेम कमजोर हो जाएगा? वीकेंड के वार और नॉमिनेशन के बाद करण की स्थिति बिगड़ती नजर आ रही है।
टास्क की हिंसा : क्या Bigg Boss इसके जिम्मेदार हैं?
“Bigg Boss खुद हिंसा करवाते हैं,” यह आरोप अक्सर लगाया जाता है, और इस टास्क ने इसे साबित भी किया।
- डोमिनोज़ जमाने और गिराने के खेल में स्वाभाविक रूप से लड़ाई और धक्का-मुक्की हुई।
- टास्क का डिजाइन ऐसा था कि सदस्यों को शारीरिक और मानसिक टकराव का सामना करना ही पड़ा।
क्या यह फेयर गेम है?
- कुछ सदस्य अपनी ताकत और रणनीति के दम पर आगे बढ़े।
- वहीं, कुछ को दूसरों के समर्थन या उनकी चालाकी ने पीछे धकेल दिया।
Time God : रजत ने मारी बाजी
आखिरकार, यह टास्क रजत के नाम रहा।
- रजत ने न केवल खुद को बचाया, बल्कि दूसरों की रणनीतियों को भी मात दी।
- इस जीत के साथ रजत ने दिखा दिया कि वह इस गेम में कितना मजबूत कंटेंडर है।
क्या Bigg Boss के नियम रिश्तों को तोड़ रहे हैं?
Bigg Boss का घर हमेशा से ही रिश्तों की परीक्षा लेने के लिए जाना जाता है।
- दिग्विजय और विवियन जैसे दोस्त टास्क के दौरान दुश्मन बनते नजर आए।
- अविनाश और विवियन के बीच सपोर्ट की असमानता ने दिखाया कि कैसे हर कोई अपने फायदे के लिए रिश्तों का इस्तेमाल कर रहा है।
निष्कर्ष: Bigg Boss का रोमांच और रिश्तों का खेल
Time God Task ने एक बार फिर साबित कर दिया कि Bigg Boss का घर केवल मनोरंजन का मंच नहीं, बल्कि इंसानी भावनाओं, रणनीतियों और रिश्तों का असली टेस्ट है।
- रजत की जीत ने उसे घर में एक मजबूत स्थिति दी।
- करण का बैकफुट पर जाना और दिग्विजय के साथ हुई हिंसा ने गेम के नए समीकरण पेश किए।
क्या रजत अपनी टाइम गॉड की पॉवर का सही उपयोग करेगा? और क्या करण इस डाउनफॉल से उबर पाएगा? यह सब आने वाले एपिसोड में और स्पष्ट होगा।
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